About The Books
“कुछ गीत कुछ सपने कुछ प्यार भरे कुछ अपने” पुस्तक में कविताओं द्वारा लेखिका ने जिन्दगी के हर कोण को । दर्शाया है। जिन्दगी हर किसी को एक बार मिलती है अनमोल है। सपने संजोना, आकाश छूने की ख्वाहिश रखना इंसानी फितरत है। जरूरत है उन्हें पूरा करने की, जो हमेशा जारी रहनी चाहिए। खुशी की तलाश एक भटकन है, खुशियाँ हमारे पास हैं जरूरत है उन्हें महसूस करने की। पुस्तक में कुछ प्यार के पल गीतों में ढाले गये हैं जो प्यार का अजीब एहसास देते हैं, आखिरी भाग “भीगी पलक” में कुछ दर्द भरे एहसास हैं, जो कभी ना कभी हर किसी की जिन्दगी का हिस्सा रहे हैं, पर उसमें डूबना नहीं तैर कर निकल आना ही जिन्दगी है।
About The Author
गीता भाटिया ने अपनी B.Sc. की शिक्षा देहरादून के M.K.P. कॉलेज से संपूर्ण की। तत्पश्चात इसी कॉलेज से M.A. इक्नामिक्स की परीक्षा भी पास की। जिन्दगी को लेकर उनकी सोच हमेशा सकारात्मक रही। साइंस की छात्रा होने के साथ साथ अपनी कुछ मित्र छात्राओं - कुमकुम फुलोरिया एवम् मीनाक्षी सक्सेना के सम्पर्क में आने के बाद उनकी रुचि शेरोशायरी और कविता लेखन की तरफ बढ़ने लगी। धीरे धीरे इस तरफ उनका रुझान बढ़ता गया। कॉलेज मैगजीन में उनके द्वारा लिखित कहानी व कविताएँ प्रकाशित भी हुईं और उनका लेखन जारी रहा, परन्तु शादी के बाद वह दिल्ली स्थानान्तरित हो ङ्केगाई और लेखन कुछ रुक सा गाया। बीते कुछ वर्षों में उनकी एक मित्र संगीता आनन्द के आग्राह पर उन्होंने फिर से लिखना शुरू किया और बहुत से गीत, भजन और कविताएँ लिख डालीं कुछ भजन उन्होंने गायक सिद्धार्थ मोहन के लिए भी लिखे जिसकी सी. डी. सारेगामा म्यूजिक कंपनी ने रिलीज की। उनका लेखन आज भी जारी है।